कभी ₹300 का शेयर अब ₹3 पर पहुंचा: जेपी एसोसिएट्स को अडाणी ग्रुप ने खरीदा, जानें कैसे डूब गई ये बड़ी कंस्ट्रक्शन कंपनी
कभी देश की बड़ी इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में गिनी जाने वाली जेपी एसोसिएट्स का नाम आज संकट और कर्ज में डूबी कंपनियों की लिस्ट में आ गया है। जिस कंपनी का शेयर एक दौर में ₹300 के पार ट्रेड करता था, आज वही शेयर गिरते-गिरते सिर्फ ₹3 पर आ गया है।
जेपी एसोसिएट्स ने देशभर में बड़े-बड़े डैम, पावर प्लांट, हाइवे और हाउसिंग प्रोजेक्ट बनाए। कंपनी का नाम बड़े रियल एस्टेट डेवलपर्स में गिना जाता था। लेकिन बीते कुछ सालों में कंपनी पर कर्ज का बोझ इतना बढ़ा कि उसे प्रोजेक्ट्स पूरे करने में मुश्किल होने लगी। समय पर प्रोजेक्ट पूरे न होने से आम लोगों और बैंकों का भरोसा भी कमजोर हुआ।
कर्ज चुकाने में विफल रहने की वजह से कंपनी को इंसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (IBC) के तहत दिवालिया प्रक्रिया का सामना करना पड़ा। अब जेपी एसोसिएट्स के कुछ बड़े प्रोजेक्ट्स और एसेट्स को अडाणी ग्रुप की एक यूनिट खरीदने जा रही है। इससे अडाणी ग्रुप को न सिर्फ अधूरे प्रोजेक्ट्स मिलेंगे बल्कि उनके इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में दखल और मजबूत होगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह डील रियल एस्टेट और कंस्ट्रक्शन सेक्टर के लिए बड़ा संकेत है कि कैसे कर्ज प्रबंधन और सही रणनीति न होने पर बड़ी कंपनियां भी गिर सकती हैं। वहीं अडाणी ग्रुप के लिए यह मौका है कि वह जेपी ग्रुप के अधूरे प्रोजेक्ट्स को पूरा करके नए निवेशकों और खरीदारों का भरोसा जीते।
कई खरीदारों और निवेशकों को उम्मीद है कि इस अधिग्रहण से रुके हुए प्रोजेक्ट्स फिर से चालू होंगे और लाखों लोगों के घर पूरे होंगे। हालांकि इस प्रक्रिया में समय लगेगा क्योंकि कानूनी और वित्तीय मंजूरियां अभी जारी हैं।
जेपी एसोसिएट्स की कहानी एक सीख भी है कि सिर्फ बड़े प्रोजेक्ट्स और नाम से ही कंपनी नहीं चलती, सही फाइनेंशियल प्लानिंग और वक्त पर काम पूरा करना भी जरूरी है। अब देखना होगा कि अडाणी ग्रुप इसे कैसे संभालता है और खरीदारों को कितना फायदा होता है।