रिलायंस इंडस्ट्रीज और दुनिया की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनियों में से एक ब्लैकरॉक की साझेदारी से बने जियो-ब्लैकरॉक म्यूचुअल फंड ने अपने पहले न्यू फंड ऑफर (NFO) से ही बाजार में बड़ी हलचल मचा दी है। कंपनी ने अपने डेब्यू फंड के जरिए रिकॉर्ड ₹17,800 करोड़ की भारी-भरकम रकम जुटाई है।
कंपनी की इस सफलता में बड़ी संख्या में संस्थागत निवेशकों और खुदरा निवेशकों ने योगदान दिया है। आंकड़ों के मुताबिक, इस फंड में करीब 90 बड़े इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने निवेश किया है, जिसमें सरकारी संस्थान, निजी बैंक्स, बीमा कंपनियां और कॉर्पोरेट घराने शामिल हैं। वहीं, 67,000 से ज्यादा छोटे निवेशकों ने भी जियो-ब्लैकरॉक के पहले फंड पर भरोसा जताया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि जियो-ब्लैकरॉक के डेब्यू को इतनी बड़ी रकम जुटाना भारतीय म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए एक अहम संकेत है। एक तरफ जहां यह निवेशकों के बीच तेजी से बढ़ते भरोसे को दिखाता है, वहीं दूसरी तरफ यह संकेत भी देता है कि लोग पारंपरिक निवेश साधनों से हटकर म्यूचुअल फंड जैसे साधनों को तेजी से अपना रहे हैं।
रिलायंस जियो की देशभर में मजबूत पहुंच और ब्लैकरॉक का ग्लोबल मैनेजमेंट एक्सपर्टाइज, दोनों के मेल से इस नए फंड हाउस को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिलना तय माना जा रहा था। कंपनी ने अपनी मार्केटिंग रणनीति में खास तौर पर डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल किया और छोटे शहरों और युवा निवेशकों को भी टारगेट किया, जिसका सीधा असर सब्सक्रिप्शन पर दिखा।
फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस डेब्यू के बाद जियो-ब्लैकरॉक भारतीय म्यूचुअल फंड मार्केट में बड़े खिलाड़ियों को कड़ी टक्कर दे सकता है। इसके अलावा, इस कदम से निवेशकों को बेहतर विकल्प, बेहतर रिटर्न और टेक्नोलॉजी ड्रिवन सर्विसेज मिलने की उम्मीद है।
अब देखना होगा कि यह फंड हाउस आने वाले समय में किस तरह के प्रोडक्ट्स लॉन्च करता है और निवेशकों को किस तरह के रिटर्न देता है। लेकिन फिलहाल तो इतना साफ है कि जियो-ब्लैकरॉक ने डेब्यू से ही निवेशकों और बाजार दोनों का भरोसा जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
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