पहली बार कर्ज लेने वालों को नहीं चाहिए CIBIL स्कोर: वित्त मंत्रालय का बड़ा ऐलान
वित्त मंत्रालय ने लोकसभा में यह साफ किया है कि पहली बार बैंक लोन लेने वाले ग्राहकों को न्यूनतम CIBIL स्कोर की आवश्यकता नहीं है। यानी, अगर किसी व्यक्ति ने पहले कभी कर्ज नहीं लिया है और उसकी क्रेडिट हिस्ट्री नहीं है, तो बैंक केवल इसी आधार पर उसका आवेदन खारिज नहीं कर सकते।

RBI गाइडलाइन के अनुरूप कदम
यह फैसला रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की पहले से जारी गाइडलाइन को दोहराता है। RBI के मुताबिक, लोन स्वीकृति के लिए क्रेडिट इंफॉर्मेशन रिपोर्ट (CIBIL रिपोर्ट) सिर्फ एक फैक्टर है, लेकिन यह लोन मंजूरी का अकेला आधार नहीं हो सकता।
बैंक और NBFC को यह अधिकार है कि वे अपने board-approved नीतियों और बिज़नेस कंडीशंस को देखते हुए लोन का फैसला करें।
पहली बार लोन लेने वालों को कैसे मिलेगा फायदा?
- CIBIL स्कोर न होने पर भी लोन आवेदन खारिज नहीं होगा
- बैंक अन्य पैरामीटर्स जैसे आय, नौकरी, बैंक स्टेटमेंट और रीपेमेंट क्षमता के आधार पर निर्णय लेंगे
- नए उधारकर्ताओं को वित्तीय समावेशन का मौका मिलेगा
- शिक्षा लोन, होम लोन और पर्सनल लोन लेने वालों के लिए राहत
क्रेडिट रिपोर्ट पर कितना शुल्क लगेगा?
- CIC (क्रेडिट इन्फॉर्मेशन कंपनियां) अधिकतम ₹100 शुल्क ले सकती हैं
- हर व्यक्ति को साल में एक बार मुफ्त क्रेडिट रिपोर्ट (इलेक्ट्रॉनिक रूप में) देना अनिवार्य है
- यह नियम RBI ने 2016 से लागू कर रखा है
वित्त मंत्रालय का यह कदम उन लाखों युवाओं और पहली बार लोन लेने वालों के लिए बड़ी राहत है, जो अब तक CIBIL स्कोर न होने के कारण असमंजस में रहते थे। इससे न केवल लोन अप्रूवल प्रक्रिया आसान होगी बल्कि वित्तीय समावेशन (Financial Inclusion) को भी बढ़ावा मिलेगा।
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