Dow Jones में 400 अंकों की उछाल, US Fed ने ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की
अमेरिकी शेयर बाजार (Wall Street) ने बुधवार को बड़ी छलांग लगाई जब अमेरिकी केंद्रीय बैंक Federal Reserve (Fed) ने ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट (0.25%) की कटौती की घोषणा की। इस फैसले के बाद निवेशकों में उत्साह लौट आया और प्रमुख सूचकांक हरे निशान पर बंद हुए।

Dow Jones में 400 अंकों की तेजी
Fed के फैसले का सबसे बड़ा असर Dow Jones Industrial Average पर देखने को मिला। यह 400 अंकों की बढ़त के साथ बंद हुआ। निवेशकों का मानना है कि ब्याज दरों में कटौती से आर्थिक गतिविधियों को मजबूती मिलेगी और कंपनियों के लिए कर्ज लेना सस्ता होगा।
अन्य प्रमुख इंडेक्स पर असर
- S&P 500 में भी मजबूती दर्ज हुई और यह ऊपरी स्तर पर बंद हुआ।
- Nasdaq Composite में टेक्नोलॉजी शेयरों के दम पर बढ़त देखी गई।
- Apple, Microsoft, Amazon और Nvidia जैसे दिग्गज शेयरों में तेजी से Nasdaq को बल मिला।
Fed की नीति: महंगाई और मंदी के बीच संतुलन
फेडरल रिजर्व ने महामारी और वैश्विक अस्थिरता के बाद अब धीरे-धीरे ब्याज दरों को सामान्य करने की दिशा में कदम बढ़ाया है।
- Fed ने कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में सुधार जारी है लेकिन महंगाई का दबाव अभी भी मौजूद है।
- दरों में कटौती से हाउसिंग, ऑटोमोबाइल और उपभोक्ता खर्च जैसे क्षेत्रों को राहत मिलेगी।
- हालांकि, कुछ विश्लेषक मानते हैं कि यह कदम महंगाई को फिर से बढ़ावा दे सकता है।
ग्लोबल मार्केट्स पर असर
Fed के इस फैसले का असर केवल अमेरिका तक सीमित नहीं रहा।
- एशियाई बाजारों में भी तेजी देखी गई।
- भारतीय बाजारों (Sensex और Nifty) में गुरुवार को मजबूती की उम्मीद है।
- यूरोपीय बाजारों ने भी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी क्योंकि ब्याज दर कटौती से निवेशकों की जोखिम उठाने की क्षमता बढ़ती है।
📉 बॉन्ड यील्ड और डॉलर पर असर
- अमेरिकी 10-वर्षीय बॉन्ड यील्ड में गिरावट आई क्योंकि निवेशकों ने बॉन्ड्स में निवेश बढ़ाया।
- डॉलर इंडेक्स में कमजोरी देखी गई, जिससे उभरते बाजारों की करेंसी को मजबूती मिली।
- सोने की कीमतों में हल्की तेजी दर्ज हुई क्योंकि डॉलर की कमजोरी का फायदा मिला।
निवेशकों के लिए इसका क्या मतलब है?
- इक्विटी मार्केट्स: ब्याज दरों में कटौती का सीधा फायदा इक्विटी मार्केट्स को मिलता है क्योंकि कंपनियों की फाइनेंसिंग कॉस्ट कम हो जाती है।
- बॉन्ड मार्केट्स: यील्ड्स में गिरावट के कारण निवेशकों के लिए बॉन्ड्स आकर्षक विकल्प नहीं रह जाते, जिससे स्टॉक्स की डिमांड और बढ़ सकती है।
- कमोडिटी मार्केट्स: सोना और तेल जैसी कमोडिटीज में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ सकती है।
- भारतीय निवेशकों पर असर: FII निवेश बढ़ने की संभावना है, जिससे भारतीय शेयर बाजार में भी तेजी आ सकती है।
विशेषज्ञों की राय
- JP Morgan और Goldman Sachs जैसे बड़े संस्थानों ने अनुमान लगाया है कि आने वाले महीनों में Fed और भी दरें घटा सकता है अगर महंगाई काबू में रहती है।
- वहीं कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह कटौती “एक बैलेंसिंग एक्ट” है, ताकि मंदी और महंगाई दोनों पर नियंत्रण रखा जा सके।
आगे क्या?
Fed के इस कदम के बाद अब बाजार की नजर अगली FOMC मीटिंग और अमेरिकी महंगाई आंकड़ों पर रहेगी।
- अगर महंगाई घटती है तो आगे और रेट कट्स संभव हैं।
- अगर महंगाई बनी रहती है तो Fed सतर्क रुख अपना सकता है।
US Federal Reserve द्वारा ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती निवेशकों के लिए बड़ी राहत साबित हुई है। इसका असर सिर्फ अमेरिकी बाजार पर ही नहीं बल्कि वैश्विक बाजारों पर भी दिखा। Dow Jones में 400 अंकों की तेजी ने निवेशकों के विश्वास को मजबूती दी है। आने वाले हफ्तों में बाजार की दिशा महंगाई के आंकड़ों और Fed की आगे की नीतियों पर निर्भर करेगी।
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