Saatvik Green Energy IPO: ₹900 करोड़ का इश्यू, GMP 14% उछला – क्या करें ‘सब्सक्राइब’?
भारत में ग्रीन एनर्जी सेक्टर तेजी से निवेशकों का ध्यान खींच रहा है और इसी बीच हरियाणा स्थित Saatvik Green Energy Ltd. (SGEL) ने अपना बहुप्रतीक्षित ₹900 करोड़ का IPO 19 सितंबर 2025 से सब्सक्रिप्शन के लिए खोल दिया है। IPO के पहले ही दिन कंपनी का Grey Market Premium (GMP) 14% उछलकर चर्चा का विषय बन गया। सवाल यह है कि क्या यह IPO निवेशकों के लिए ‘Subscribe’ करने लायक है?

IPO की मुख्य बातें
- IPO साइज: ₹900 करोड़
- संरचना:
- ₹700 करोड़ का फ्रेश इश्यू
- ₹200 करोड़ का Offer for Sale (OFS) – प्रमोटर्स द्वारा 4.3 मिलियन शेयर्स की बिक्री
- प्राइस बैंड: ₹442 – ₹465 प्रति शेयर
- लॉट साइज: [SEBI नियमों के अनुसार रिटेल निवेशकों के लिए लॉट साइज तय]
- कंपनी का मूल्यांकन: ऊपरी प्राइस बैंड पर लगभग ₹5,910 करोड़
- सब्सक्रिप्शन कोटा:
- 50% QIB (Qualified Institutional Buyers)
- 35% रिटेल निवेशक
- 10% HNIs
- IPO तारीखें: 19 सितंबर से 23 सितंबर 2025 तक सब्सक्रिप्शन ओपन
Grey Market Premium (GMP)
IPO से पहले ही अनलिस्टेड मार्केट में Saatvik Green Energy के शेयर लगभग ₹65 प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे थे। यानी शेयर का अनौपचारिक मूल्य लगभग ₹530 है, जो ऊपरी प्राइस बैंड से 14% अधिक है।
हालांकि, GMP केवल सेंटीमेंट पर आधारित होता है और इसमें उतार-चढ़ाव जल्दी आ सकता है।
Anchor Investors का भरोसा
IPO से पहले Saatvik ने लगभग ₹269 करोड़ एंकर निवेशकों से जुटाए। इसमें HDFC MF, Nippon India MF, Bandhan MF, SBI General Insurance और 360 One जैसे बड़े नाम शामिल रहे।
IPO से जुटाई गई राशि का उपयोग
कंपनी ने साफ किया है कि फ्रेश इश्यू से जुटाई गई राशि का उपयोग मुख्यतः तीन बड़े उद्देश्यों के लिए किया जाएगा:
- नया प्रोजेक्ट: ओडिशा में 4 GW सोलर PV मॉड्यूल प्लांट स्थापित करने के लिए लगभग ₹477 करोड़।
- कर्ज़ चुकाना: सहायक कंपनियों के ऋण को कम करने के लिए ₹166 करोड़।
- लोन रिपेमेंट और कॉर्पोरेट ज़रूरतें: लगभग ₹10.82 करोड़ का उपयोग पैरेंट लेवल पर लोन चुकाने और बाकी राशि सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों में होगी।
कंपनी का बिज़नेस प्रोफाइल
- Saatvik Green Energy भारत की सबसे बड़ी सोलर PV मॉड्यूल निर्माता कंपनियों में से एक है।
- जून 2025 तक कंपनी की ऑपरेशनल क्षमता 3.8 GW थी।
- कंपनी EPC सेवाएँ भी प्रदान करती है और बड़े पैमाने पर सोलर पावर प्रोजेक्ट्स में काम कर रही है।
- आने वाले समय में कंपनी ओडिशा में 4 GW मॉड्यूल और 4.8 GW सेल लाइन मैन्युफैक्चरिंग क्षमता बढ़ाने की योजना बना रही है।
वित्तीय प्रदर्शन
ब्रोकरेज रिपोर्ट्स के मुताबिक, FY23 से FY25 के बीच Saatvik Green Energy ने जबरदस्त ग्रोथ दिखाई है:
- Revenue CAGR: 88%
- EBITDA CAGR: 365%
- PAT CAGR: 572%
यानी कंपनी ने राजस्व, प्रॉफिट और ऑपरेटिंग परफॉर्मेंस तीनों स्तरों पर मजबूत बढ़त दर्ज की है।
ब्रोकरेज हाउस की राय
- Deven Choksey Research:
कंपनी का इश्यू प्राइस TTM EV/EBITDA के हिसाब से लगभग 20x है, जबकि सेक्टर एवरेज 28x है। यानी इश्यू की प्राइसिंग फेयर लगती है। रिसर्च हाउस ने IPO पर “SUBSCRIBE” की रेटिंग दी है। - SBI Securities:
SGEL का मजबूत वित्तीय रिकॉर्ड और भविष्य की कैपेसिटी एक्सपेंशन कंपनी को प्रतिस्पर्धियों से आगे ले जाएगा। रिपोर्ट में कहा गया कि निवेशक इस IPO को कट-ऑफ प्राइस पर सब्सक्राइब करें।
पहले दिन की सब्सक्रिप्शन स्थिति
- कुल सब्सक्रिप्शन: 0.19 गुना
- रिटेल निवेशक: 0.30 गुना
- HNIs: 0.16 गुना
- QIBs: पहले दिन तक कोई बोली नहीं
आगे संस्थागत निवेशकों की भागीदारी IPO की सफलता तय करेगी।
अवसर और जोखिम
अवसर
- नवीकरणीय ऊर्जा और सौर उद्योग का तेज़ विकास।
- ग्रीन एनर्जी सेक्टर में सरकारी प्रोत्साहन।
- मजबूत वित्तीय ग्रोथ और अंतरराष्ट्रीय विस्तार की संभावना।
जोखिम
- सोलर मॉड्यूल इंडस्ट्री में कड़ी प्रतिस्पर्धा।
- ग्लोबल सप्लाई चेन और कच्चे माल की कीमतों पर निर्भरता।
- नियामकीय बदलाव और नीतिगत जोखिम।
Saatvik Green Energy IPO निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प लगता है। कंपनी की मजबूत ग्रोथ, फेयर वैल्यूएशन, और भविष्य की विस्तार योजनाएँ इसे लंबी अवधि के लिए निवेश योग्य बनाती हैं।
हालांकि, छोटे निवेशकों को मार्केट रिस्क, प्रतिस्पर्धा और सेक्टर की अस्थिरता को ध्यान में रखकर ही निवेश करना चाहिए।
