NSE दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग 2025: 21 अक्टूबर को होगा स्पेशल सेशन – पूरा शेड्यूल, समय और महत्व

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नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने घोषणा की है कि इस वर्ष 21 अक्टूबर 2025 को दिवाली के मौके पर दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र आयोजित किया जाएगा। यह एक विशेष, सांकेतिक ट्रेडिंग सत्र होगा, जिसका समय दोपहर 1:45 बजे से 2:45 बजे तक निर्धारित किया गया है। इस बीच, प्री-ओपनिंग सेशन आदि कुछ पूर्व निर्धारित गतिविधियां भी होंगी। इस लेख में हम जानेंगे मुहूर्त ट्रेडिंग क्या है, NSE ने क्या नियम लागू किए हैं, और निवेशकों के लिए क्या मायने रखती है।

दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग क्या है?

मुहूर्त ट्रेडिंग भारतीय शेयर बाजार की एक सदियों पुरानी परंपरा है। दिवाली के दिन, जब देशभर में लोग नया वर्ष और लक्ष्मी पूजन करते हैं, तब स्टॉक एक्सचेंज भी शुभ मुहूर्त में निवेश की अनुमति देता है। इसे नया वित्तीय वर्ष (विक्रम संवत) का शुभारंभ माना जाता है।

निवेशकों का विश्वास है कि इस समय किए गए निवेश पूरे साल समृद्धि और सफलता लाते हैं। इसलिए, हर साल NSE और BSE दोनों ही एक्सचेंज दिवाली पर यह खास ट्रेडिंग सेशन आयोजित करते हैं।

NSE मुहूर्त ट्रेडिंग 2025: तारीख और समय

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने अपने आधिकारिक सर्कुलर में बताया है कि इस वर्ष मुहूर्त ट्रेडिंग 21 अक्टूबर 2025 (मंगलवार) को होगी।

  • ब्लॉक डील सेशन – 1:15 PM से 1:30 PM
  • प्री-ओपनिंग सेशन – 1:30 PM से 1:45 PM
  • मुहूर्त ट्रेडिंग (मुख्य सेशन) – 1:45 PM से 2:45 PM
  • नॉर्मल मार्केट क्लोजिंग सेशन – 2:55 PM से 3:05 PM
  • ट्रेड मॉडिफिकेशन कटऑफ टाइम – 3:15 PM तक

👉 इसका मतलब है कि इस दिन निवेशक केवल एक घंटे के लिए ही बाजार में सक्रिय रूप से ट्रेड कर पाएंगे।

NSE मुहूर्त ट्रेडिंग में कौन-कौन से सेगमेंट होंगे शामिल?

इस दिवाली विशेष सत्र में केवल इक्विटी ही नहीं, बल्कि कई अन्य सेगमेंट भी सक्रिय रहेंगे। इनमें शामिल हैं:

  • इक्विटी शेयर (Equity Segment)
  • कमोडिटी डेरिवेटिव्स (Commodity Derivatives)
  • करेंसी डेरिवेटिव्स (Currency Derivatives)
  • इक्विटी फ्यूचर्स और ऑप्शन्स (F&O Segment)
  • सिक्योरिटी लेंडिंग एंड बॉरोइंग (SLB Segment)

इसका मतलब यह है कि निवेशक अपनी सुविधा और रणनीति के अनुसार विभिन्न श्रेणियों में भाग ले सकते हैं।

निवेशकों के लिए इसका महत्व क्यों है?

  1. पारंपरिक महत्व – यह ट्रेडिंग भारतीय संस्कृति और ज्योतिषीय मान्यताओं से जुड़ी हुई है। निवेशक इसे लक्ष्मी पूजन का हिस्सा मानते हैं।
  2. नई शुरुआत – दिवाली को नया वित्तीय वर्ष माना जाता है। कई बड़े निवेशक और ट्रेडर इस दिन नए पोर्टफोलियो या निवेश रणनीति की शुरुआत करते हैं।
  3. सकारात्मक भावना (Sentiment) – इस दिन बाजार में खास उत्साह रहता है। ट्रेडिंग वॉल्यूम कम होने के बावजूद निवेशकों का विश्वास और मनोबल ऊंचा रहता है।
  4. प्रतीकात्मक निवेश – कई निवेशक इस दिन केवल छोटी राशि लगाकर शुभता की शुरुआत करते हैं।

क्या इस दिन असली मुनाफा होता है?

मुहूर्त ट्रेडिंग एक प्रतीकात्मक सत्र है।

  • इसमें वॉल्यूम सामान्य दिनों की तुलना में कम रहता है।
  • असली मुनाफे के बजाय निवेशक इस दिन पॉजिटिव सेंटीमेंट के लिए ट्रेड करते हैं।
  • हालांकि पिछले वर्षों के आंकड़े बताते हैं कि इस दौरान बाजार अक्सर ग्रीन (तेजी) में बंद होता है।

FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q1. NSE मुहूर्त ट्रेडिंग 2025 कब होगी?

21 अक्टूबर 2025 को, दोपहर 1:45 PM से 2:45 PM तक।

Q2. क्या इस दिन सभी बाजार बंद रहते हैं?

हां, दिवाली के दिन सामान्य ट्रेडिंग बंद रहती है, केवल यह विशेष एक घंटे का सत्र होता है।

Q3. क्या मुहूर्त ट्रेडिंग में सभी सेगमेंट्स खुले रहेंगे?

हां, इक्विटी, डेरिवेटिव्स, कमोडिटी, करेंसी और SLB सभी सेगमेंट्स में ट्रेडिंग होगी।

Q4. क्या इस दिन किया गया निवेश शुभ माना जाता है?

हां, भारतीय परंपरा के अनुसार इस दिन निवेश करना पूरे वर्ष के लिए शुभ और समृद्धि लाने वाला माना जाता है।

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