भारतीय बाजार में आज सोने की कीमत ने ऐतिहासिक रिकॉर्ड बना दिया है। 23 जुलाई 2025 को 24 कैरेट सोने की कीमत 10 ग्राम के लिए ₹1,00,000 से ऊपर पहुंच गई। यह उछाल वैश्विक आर्थिक अस्थिरता, डॉलर में कमजोरी और निवेशकों की सुरक्षित संपत्तियों की ओर बढ़ती रुचि का संकेत है।
1. ग्लोबल इकनॉमिक अनिश्चितता:
अमेरिका, यूरोप और चीन की मंदी की आशंकाओं ने निवेशकों को सेफ हैवन एसेट्स की ओर खींचा है।
2. डॉलर इंडेक्स में गिरावट:
डॉलर की कमजोरी ने गोल्ड को और आकर्षक बना दिया है, खासकर भारतीय बाजार में।
3. सेंट्रल बैंक की खरीदारी:
भारत सहित कई देशों के केंद्रीय बैंक लगातार सोने की खरीद कर रहे हैं।
4. शादी-विवाह का सीज़न और घरेलू डिमांड:
भारत में परंपरागत रूप से त्योहार और शादी के सीजन में सोने की डिमांड बढ़ जाती है।
| धातु | प्रकार | कीमत (प्रति 10 ग्राम/किग्रा) |
|---|---|---|
| सोना | 24 कैरेट | ₹1,00,450 |
| सोना | 22 कैरेट | ₹92,050 |
| चांदी | — | ₹1,32,500 प्रति किग्रा |
अब जबकि गोल्ड ₹1 लाख को पार कर चुका है, यह निवेशकों के लिए मुनाफा बुक करने या लॉन्ग-टर्म गोल्ड ETF में निवेश का समय हो सकता है। फिजिकल गोल्ड में निवेश से पहले GST, मेकिंग चार्ज और स्टोरेज जैसे कारकों पर भी ध्यान देना जरूरी है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इसी रफ्तार से डिमांड बनी रही और डॉलर में कमजोरी बढ़ी, तो आने वाले महीनों में सोना ₹1.10 लाख तक पहुंच सकता है।
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