Sugar Stocks में 20% तक उछाल, सरकार ने इथेनॉल उत्पादन पर से हटाया प्रतिबंध
भारत सरकार के बड़े फैसले के बाद मंगलवार को शुगर सेक्टर के शेयरों में जोरदार तेजी देखी गई। सरकार ने 2025-26 मार्केटिंग ईयर के लिए गन्ने के रस, सिरप और मोलासेज़ से इथेनॉल उत्पादन पर लगे सभी कैप (सीमा) हटा दिए हैं। इस निर्णय से निवेशकों का भरोसा बढ़ा और कई शुगर कंपनियों के शेयरों में 20% तक की तेजी दर्ज की गई।

कौन-कौन से शेयर चढ़े?
- राजश्री शुगर एंड केमिकल्स – 20% की तेजी
- बालरामपुर चीनी मिल्स – लगभग 15% उछाल
- श्री रेणुका शुगर, धंपुर शुगर और अवध शुगर एनर्जी – 10-12% तक बढ़त
इस तेजी ने शुगर सेक्टर को बाजार का स्टार परफ़ॉर्मर बना दिया।
सरकार का फैसला क्यों अहम है?
- सरकार ने स्पष्ट किया है कि इथेनॉल उत्पादन पर अब कोई कैप नहीं होगा।
- यह कदम देश के E20 लक्ष्य (पेट्रोल में 20% इथेनॉल मिश्रण) को समय पर पूरा करने में मदद करेगा।
- किसानों को गन्ने की बेहतर कीमत मिलेगी और तेल आयात पर निर्भरता कम होगी।
- पर्यावरण के लिहाज से यह स्वच्छ ईंधन की दिशा में बड़ा कदम है।
सुप्रीम कोर्ट का समर्थन
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने 20% इथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल (E20) को चुनौती देने वाली याचिका को खारिज कर दिया था। इससे सरकार की नीति को कानूनी मजबूती मिली और इंडस्ट्री को स्पष्ट संकेत मिला कि भविष्य इथेनॉल-आधारित फ्यूल का है।
उद्योग और निवेशकों की उम्मीदें
- अच्छी मानसूनी बारिश से गन्ने का उत्पादन बढ़ा है, जिससे इथेनॉल उत्पादन के लिए पर्याप्त कच्चा माल उपलब्ध है।
- शुगर इंडस्ट्री को उम्मीद है कि आने वाले समय में निर्यात और डाइवर्जन दोनों बढ़ेंगे।
- निवेशकों का मानना है कि यह फैसला शुगर सेक्टर को दीर्घकालीन मजबूती देगा।
आगे का रास्ता
भारत सरकार का लक्ष्य है कि 2025-26 तक पेट्रोल में 20% इथेनॉल ब्लेंडिंग (E20) लागू कर दिया जाए। इस कदम से:
- किसानों की आय बढ़ेगी,
- पेट्रोलियम आयात पर दबाव घटेगा,
- और पर्यावरण को लाभ होगा।
सरकार के इस ऐतिहासिक फैसले ने न केवल शुगर स्टॉक्स को रॉकेट बना दिया है बल्कि देश की ऊर्जा नीति को भी मजबूती दी है। बाजार विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि यही रफ्तार बनी रही तो शुगर इंडस्ट्री और निवेशकों के लिए आने वाले साल बेहद फायदे का सौदा साबित होंगे।
