सोमवार, 22 सितंबर 2025 को भारतीय शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। दिनभर के कारोबार में बिकवाली हावी रही और निवेशकों का भरोसा खासकर IT शेयरों पर डगमगाता दिखा।
इस तरह, आज की सेशन क्लोजिंग ने संकेत दिया कि मार्केट फिलहाल दबाव में है और निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए।
गिरावट की मुख्य वजह: H-1B वीजा शुल्क में बढ़ोतरी
भारतीय IT सेक्टर के लिए अमेरिकी सरकार की ओर से H-1B वीजा शुल्क बढ़ाने का फैसला बड़ा झटका साबित हुआ।
विश्लेषकों के मुताबिक, “यह कदम आने वाले क्वार्टर में IT कंपनियों की कमाई पर असर डालेगा और निवेशक फिलहाल इस सेक्टर से दूरी बना सकते हैं।”
टॉप गेनर्स और लूज़र्स
आज के टॉप गेनर्स (Nifty 50)
आज के टॉप लूज़र्स (Nifty 50)
स्पष्ट है कि IT शेयरों पर सबसे ज्यादा दबाव रहा, जबकि Adani Group ने बाजार को संभालने की कोशिश की।
सेक्टोरियल परफॉर्मेंस
टेक्निकल एनालिसिस: Nifty और Sensex
Nifty 50
यदि Nifty 25,000 से नीचे जाता है, तो बाजार और गहरा करेक्शन दिखा सकता है। वहीं 25,400 के ऊपर क्लोजिंग मिलने पर शॉर्ट टर्म रिकवरी संभव है।
Sensex
निवेशकों के लिए सुझाव
ग्लोबल फैक्टर का असर
आगे का रोडमैप
सोमवार का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए मुश्किल भरा रहा। Sensex 460 अंक टूटा और Nifty 25,200 पर बंद हुआ, जिसकी सबसे बड़ी वजह रही H-1B वीजा शुल्क वृद्धि। IT सेक्टर में भारी बिकवाली हुई, जबकि Adani Group जैसे कुछ शेयरों ने बाजार को सहारा दिया।
आने वाले दिनों में बाजार की चाल काफी हद तक इस बात पर निर्भर करेगी कि Nifty 25,000 के स्तर को कैसे संभालता है। निवेशकों के लिए यही सही समय है कि वे डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो, सावधानीपूर्वक निवेश रणनीति और ग्लोबल फैक्टर्स पर नजर रखें।
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