Stock Market

Monday Momentum: Nifty 26,000 के ऊपर बंद, Sensex में करीब 400 अंकों की तेजी

सोमवार के ट्रेडिंग सत्र ने भारतीय शेयर बाजार को नई ऊर्जा दी, क्योंकि लगातार कई दिनों की कमजोरी के बाद बाजार में मजबूती लौटी और प्रमुख सूचकांकों ने सकारात्मक बंद दर्ज किया। Nifty 50 ने 26,000 के महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक स्तर को 12 दिनों के बाद दोबारा हासिल किया, जबकि Sensex लगभग 400 अंकों की उछाल के साथ मजबूत क्लोजिंग तक पहुंचा। बाजार में देखी गई यह तेजी निवेशकों के लिए राहत लेकर आई, खासकर तब जब पिछले कई सत्रों में बाजार वैश्विक संकेतों और मुनाफावसूली के कारण दबाव में था।

सत्र की शुरुआत सकारात्मक भावनाओं के साथ हुई, और दिनभर बैंकिंग, फाइनेंस, ऑटो और कंज्यूमर संबंधित शेयरों में अच्छा मूवमेंट देखने को मिला। इस तेजी का बड़ा आधार मजबूत घरेलू मैक्रो डेटा, चुनिंदा सेक्टर्स में खरीदारी और निवेशकों की बाजार में वापसी रही। इसके साथ ही, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी मजबूती दिखाई दी, जिसने संपूर्ण बाजार धारणा में सुधार किया।

Nifty 50 और Sensex का प्रदर्शन

Nifty 50 लगभग 103 अंक चढ़कर 26,100 के ऊपर बंद हुआ, जो कि एक महत्वपूर्ण रिकवरी का संकेत है। पिछले कुछ दिनों में यह इंडेक्स 26,000 से नीचे फिसल गया था, लेकिन सोमवार को इसमें नई तेजी देखी गई। Sensex भी लगभग 388 अंकों की मजबूती के साथ करीब 84,950 के स्तर पर बंद हुआ। यह उछाल बाजार की स्थिरता और खरीदारी की वापसी का प्रतीक है।

निवेशकों को इस बात से भी भरोसा मिला कि बाजार ने पिछले सप्ताह के उतार-चढ़ाव के बाद स्थिर धारणा बनानी शुरू की है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि Nifty आने वाले दिनों में 26,000 के ऊपर टिकता है, तो इंडेक्स में और मजबूती देखी जा सकती है।

बैंकिंग सेक्टर ने दिखाई मजबूती

इस सत्र की सबसे बड़ी खासियत थी—बैंकिंग सेक्टर की दमदार तेजी। Nifty Bank इंडेक्स लगभग 445 अंक उछलकर 58,900 के करीब पहुंच गया। सार्वजनिक और निजी—दोनों श्रेणियों के बैंकिंग शेयरों में खरीदारी देखी गई। यह तेजी उन संकेतों के बाद आई जब आर्थिक मोर्चे पर सुधार और ऋण मांग में वृद्धि के संकेत मिले।

बैंकिंग और फाइनेंस शेयर लंबे समय से बाजार में स्थिरता देने वाली श्रेणी रहे हैं, और सोमवार की तेजी ने इस क्षेत्र की मजबूती को फिर से स्थापित कर दिया। निवेशकों का मानना है कि आने वाले क्वार्टर्स में बैंकिंग सेक्टर बेहतर प्रदर्शन कर सकता है, खासकर तब जब क्रेडिट ऑफ-टेक मजबूत बना हुआ है।

मिडकैप और स्मॉलकैप में भी मजबूती

विस्तृत बाजारों ने भी सोमवार को मजबूती का साथ दिया। BSE Midcap और Smallcap इंडेक्स दोनों में 300 अंकों से अधिक की तेजी देखी गई। पिछले कुछ दिनों में इन श्रेणियों में दबाव देखने को मिला था, लेकिन नई खरीदारी और सकारात्मक भावनाओं ने मिड और स्मॉलकैप स्टॉक्स में भी तेजी वापस लाई।

विशेषज्ञों के अनुसार, रिटेल निवेशकों का जुड़ाव और घरेलू फंडों की स्थिर खरीद इन श्रेणियों को सपोर्ट दे रही है। हालांकि इन श्रेणियों में वोलैटिलिटी अधिक रहती है, लेकिन सोमवार का सत्र निवेशकों के विश्वास को बढ़ाता है।

तेजी के पीछे प्रमुख कारण

  • मजबूत घरेलू आर्थिक संकेत: हाल में आए कई आर्थिक आंकड़ों ने भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती दिखलाई है, जिससे बाजार में सकारात्मक भावनाएँ पैदा हुईं।
  • ग्लोबल मार्केट का स्थिर रुझान: अंतरराष्ट्रीय बाजारों में स्थिरता ने भारतीय बाजार को भी मजबूती प्रदान की।
  • बैंक और फाइनेंस शेयरों में खरीदारी: उधार मांग में वृद्धि और बेहतर मार्जिन आउटलुक ने बैंकिंग सेक्टर को सहारा दिया।
  • ओवरसोल्ड ज़ोन से उछाल: कई शेयर पिछले सत्रों में ओवरसोल्ड हो चुके थे, जिनमें अब रिकवरी देखी गई।

सेक्टरवार प्रदर्शन

सोमवार को बैंकिंग, ऑटो, FMCG और मेटल सेक्टर में अच्छी खरीदारी देखी गई। ऑटो सेक्टर में त्योहारी मांग के बाद भी तेजी बनी हुई है। इसके अलावा IT शेयरों में भी हल्की मजबूती दिखाई दी, जो पिछले कुछ दिनों से दबाव में थे।

सेक्टररुझान
Bankingतेज़ी, व्यापक खरीदारी
Autoसकारात्मक, कुछ प्रमुख स्टॉक्स में तेजी
ITहल्की रिकवरी
FMCGस्थिर से सकारात्मक
Metalमजबूती

आगे बाजार कैसा रह सकता है?

विशेषज्ञों का मानना है कि यदि Nifty 26,000 के ऊपर टिकता है, तो 26,200–26,350 की ओर अगली तेजी संभव है। वहीं नीचे की ओर 25,850–25,900 मजबूत समर्थन का क्षेत्र माना जा रहा है।

वैश्विक संकेत, विदेशी निवेशकों की धारणा और अमेरिकी बाजारों की चाल आने वाले दिनों में भारतीय शेयर बाजार को प्रभावित कर सकती है। निवेशकों के लिए सलाह है कि वे चुनिंदा मजबूत कंपनियों में ही निवेश बढ़ाएँ और वोलैटिलिटी के दौरान स्टॉप-लॉस का उपयोग करें।

निवेशकों के लिए सुझाव

  • बैंकिंग और ऑटो सेक्टर में मजबूत कंपनियों पर नजर रखें।
  • मिडकैप और स्मॉलकैप में सावधानी बरतें—केवल चुने हुए मजबूत शेयर चुनें।
  • ट्रेडिंग करते समय 26,000-स्तर को ट्रैक करें—यह बाजार दिशा निर्धारित करेगा।
  • लॉन्ग-टर्म निवेशकों को गिरावट पर खरीदने के अवसर तलाशने चाहिए।

सोमवार की यह तेजी इस बात का संकेत है कि बाजार में अभी भी मजबूती की गुंजाइश है और निवेशकों का विश्वास लौट रहा है। आने वाले सत्रों में यदि वैश्विक संकेत सकारात्मक रहते हैं, तो भारतीय बाज़ार नई ऊँचाइयों की ओर बढ़ सकता है।

सोमवार के ट्रेडिंग सत्र ने भारतीय शेयर बाजार को नई ऊर्जा दी, क्योंकि लगातार कई दिनों की कमजोरी के बाद बाजार में मजबूती लौटी और प्रमुख सूचकांकों ने सकारात्मक बंद दर्ज किया। Nifty ने 26,000 के महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक स्तर को 12 दिनों के बाद दोबारा हासिल किया, जबकि Sensex लगभग 400 अंकों की उछाल के साथ मजबूत क्लोजिंग तक पहुंचा। बाजार में देखी गई यह तेजी निवेशकों के लिए राहत लेकर आई, खासकर तब जब पिछले कई सत्रों में बाजार वैश्विक संकेतों और मुनाफावसूली के कारण दबाव में था।

सत्र की शुरुआत सकारात्मक भावनाओं के साथ हुई, और दिनभर बैंकिंग, फाइनेंस, ऑटो और कंज्यूमर संबंधित शेयरों में अच्छा मूवमेंट देखने को मिला। इस तेजी का बड़ा आधार मजबूत घरेलू मैक्रो डेटा, चुनिंदा सेक्टर्स में खरीदारी और निवेशकों की बाजार में वापसी रही। इसके साथ ही, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी मजबूती दिखाई दी, जिसने संपूर्ण बाजार धारणा में सुधार किया।

Nifty 50 और Sensex का प्रदर्शन

Nifty 50 लगभग 103 अंक चढ़कर 26,100 के ऊपर बंद हुआ, जो कि एक महत्वपूर्ण रिकवरी का संकेत है। पिछले कुछ दिनों में यह इंडेक्स 26,000 से नीचे फिसल गया था, लेकिन सोमवार को इसमें नई तेजी देखी गई। Sensex भी लगभग 388 अंकों की मजबूती के साथ करीब 84,950 के स्तर पर बंद हुआ। यह उछाल बाजार की स्थिरता और खरीदारी की वापसी का प्रतीक है।

निवेशकों को इस बात से भी भरोसा मिला कि बाजार ने पिछले सप्ताह के उतार-चढ़ाव के बाद स्थिर धारणा बनानी शुरू की है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि Nifty आने वाले दिनों में 26,000 के ऊपर टिकता है, तो इंडेक्स में और मजबूती देखी जा सकती है।

बैंकिंग सेक्टर ने दिखाई मजबूती

इस सत्र की सबसे बड़ी खासियत थी—बैंकिंग सेक्टर की दमदार तेजी। Nifty Bank इंडेक्स लगभग 445 अंक उछलकर 58,900 के करीब पहुंच गया। सार्वजनिक और निजी—दोनों श्रेणियों के बैंकिंग शेयरों में खरीदारी देखी गई। यह तेजी उन संकेतों के बाद आई जब आर्थिक मोर्चे पर सुधार और ऋण मांग में वृद्धि के संकेत मिले।

बैंकिंग और फाइनेंस शेयर लंबे समय से बाजार में स्थिरता देने वाली श्रेणी रहे हैं, और सोमवार की तेजी ने इस क्षेत्र की मजबूती को फिर से स्थापित कर दिया। निवेशकों का मानना है कि आने वाले क्वार्टर्स में बैंकिंग सेक्टर बेहतर प्रदर्शन कर सकता है, खासकर तब जब क्रेडिट ऑफ-टेक मजबूत बना हुआ है।

मिडकैप और स्मॉलकैप में भी मजबूती

विस्तृत बाजारों ने भी सोमवार को मजबूती का साथ दिया। BSE Midcap और Smallcap इंडेक्स दोनों में 300 अंकों से अधिक की तेजी देखी गई। पिछले कुछ दिनों में इन श्रेणियों में दबाव देखने को मिला था, लेकिन नई खरीदारी और सकारात्मक भावनाओं ने मिड और स्मॉलकैप स्टॉक्स में भी तेजी वापस लाई।

विशेषज्ञों के अनुसार, रिटेल निवेशकों का जुड़ाव और घरेलू फंडों की स्थिर खरीद इन श्रेणियों को सपोर्ट दे रही है। हालांकि इन श्रेणियों में वोलैटिलिटी अधिक रहती है, लेकिन सोमवार का सत्र निवेशकों के विश्वास को बढ़ाता है।

तेजी के पीछे प्रमुख कारण

  • मजबूत घरेलू आर्थिक संकेत: हाल में आए कई आर्थिक आंकड़ों ने भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती दिखलाई है, जिससे बाजार में सकारात्मक भावनाएँ पैदा हुईं।
  • ग्लोबल मार्केट का स्थिर रुझान: अंतरराष्ट्रीय बाजारों में स्थिरता ने भारतीय बाजार को भी मजबूती प्रदान की।
  • बैंक और फाइनेंस शेयरों में खरीदारी: उधार मांग में वृद्धि और बेहतर मार्जिन आउटलुक ने बैंकिंग सेक्टर को सहारा दिया।
  • ओवरसोल्ड ज़ोन से उछाल: कई शेयर पिछले सत्रों में ओवरसोल्ड हो चुके थे, जिनमें अब रिकवरी देखी गई।

सेक्टरवार प्रदर्शन

सोमवार को बैंकिंग, ऑटो, FMCG और मेटल सेक्टर में अच्छी खरीदारी देखी गई। ऑटो सेक्टर में त्योहारी मांग के बाद भी तेजी बनी हुई है। इसके अलावा IT शेयरों में भी हल्की मजबूती दिखाई दी, जो पिछले कुछ दिनों से दबाव में थे।

सेक्टर रुझान
Banking तेज़ी, व्यापक खरीदारी
Auto सकारात्मक, कुछ प्रमुख स्टॉक्स में तेजी
IT हल्की रिकवरी
FMCG स्थिर से सकारात्मक
Metal मजबूती

आगे बाजार कैसा रह सकता है?

विशेषज्ञों का मानना है कि यदि Nifty 26,000 के ऊपर टिकता है, तो 26,200–26,350 की ओर अगली तेजी संभव है। वहीं नीचे की ओर 25,850–25,900 मजबूत समर्थन का क्षेत्र माना जा रहा है।

वैश्विक संकेत, विदेशी निवेशकों की धारणा और अमेरिकी बाजारों की चाल आने वाले दिनों में भारतीय शेयर बाजार को प्रभावित कर सकती है। निवेशकों के लिए सलाह है कि वे चुनिंदा मजबूत कंपनियों में ही निवेश बढ़ाएँ और वोलैटिलिटी के दौरान स्टॉप-लॉस का उपयोग करें।

निवेशकों के लिए सुझाव

  • बैंकिंग और ऑटो सेक्टर में मजबूत कंपनियों पर नजर रखें।
  • मिडकैप और स्मॉलकैप में सावधानी बरतें—केवल चुने हुए मजबूत शेयर चुनें।
  • ट्रेडिंग करते समय 26,000-स्तर को ट्रैक करें—यह बाजार दिशा निर्धारित करेगा।
  • लॉन्ग-टर्म निवेशकों को गिरावट पर खरीदने के अवसर तलाशने चाहिए।

सोमवार की यह तेजी इस बात का संकेत है कि बाजार में अभी भी मजबूती की गुंजाइश है और निवेशकों का विश्वास लौट रहा है। आने वाले सत्रों में यदि वैश्विक संकेत सकारात्मक रहते हैं, तो भारतीय बाज़ार नई ऊँचाइयों की ओर बढ़ सकता है।

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Sumit Shrivastava

Business Journalist

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