अनिल अंबानी समूह की कंपनी Reliance Power Limited ने अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत करने और भविष्य की विकास योजनाओं को रफ्तार देने के लिए बड़ा कदम उठाया है। कंपनी के निदेशक मंडल (Board of Directors) ने 16 जुलाई 2025 को हुई बैठक में 6,000 करोड़ रुपये तक की राशि जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। यह राशि मुख्य रूप से Qualified Institutional Placement (QIP) और अन्य स्वीकृत वित्तीय माध्यमों से जुटाई जाएगी
कंपनी QIP के जरिए योग्य संस्थागत खरीदारों (Qualified Institutional Buyers) को शेयर जारी कर फंड जुटाएगी। इसके अलावा कंपनी को यह अधिकार भी दिया गया है कि वह वरीयता प्राप्त शेयर निर्गम (Preferential Allotment) या अन्य अनुमोदित साधनों से भी पूंजी एकत्र कर सके।
Reliance Power के अनुसार, यह फंड जुटाने की कवायद कंपनी की पूंजी संरचना को मज़बूत बनाएगी। इसके अलावा कंपनी अपने दीर्घकालिक कर्ज़ को कम करने, कार्यशील पूंजी की आवश्यकताओं को पूरा करने और अपनी विकास परियोजनाओं को पूरा करने में इस राशि का उपयोग कर सकती है।
वर्तमान में Reliance Power के ऊपर बड़े कर्ज़ का दबाव है। ऐसे में यह फंड जुटाने की योजना कर्ज़ के बोझ को कम करने में अहम भूमिका निभाएगी। कंपनी के लिए यह कदम निवेशकों के भरोसे को भी बढ़ा सकता है और भविष्य में नई परियोजनाओं को शुरू करने के लिए रास्ता साफ कर सकता है।
फंड रेजिंग की घोषणा के बाद से कंपनी के शेयरों में हल्की तेजी देखी गई है। निवेशक मान रहे हैं कि इस कदम से कंपनी की दीर्घकालिक वित्तीय सेहत सुधरेगी और उसके ग्रोथ प्रोजेक्ट्स को नई दिशा मिलेगी।
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